आवामी एकता मंच हरियाणा ने किसान आंदोलन पर तानाशाहीपूर्ण रवैये की कड़ी निंदा की

मंच ने हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ अपनाए गए तानाशाहीपूर्ण कदमों की भी आलोचना की। आवामी एकता मंच ने केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों को जनविरोधी करार दिया और बड़े पूंजीपतियों की चाकरी में व्यस्त होने का आरोप लगाया।
चंडीगढ़, 20 मार्च 2025: आवामी एकता मंच हरियाणा ने राज्य और केंद्र सरकारों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया जताई है, जिसमें किसान आंदोलन को दबाने के लिए तानाशाहीपूर्ण कदम उठाने की आलोचना की गई है। मंच ने आरोप लगाया कि पंजाब के बॉर्डर पर पिछले 13 महीनों से शांतिपूर्वक धरना दे रहे किसानों को सरकार ने जबरन रोकने के लिए सीमेंट की दीवारों, सड़कों पर कीलों और तारों का इस्तेमाल किया, और गहरे गड्ढे खुदवाए। मंच ने कहा कि यह कदम किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं।

किसानों को शांतिपूर्वक आगे बढ़ने की अनुमति न देते हुए उन पर रबर की गोलियों और ड्रोन से हमले किए गए, जिसके कारण कई किसान शहीद भी हुए। इसके अलावा, उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद सरकार ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने की कोशिश की। कोर्ट ने सरकार को रास्ता खोलने के लिए बाध्य करने की बजाय किसानों के नेताओं को फटकार लगाई।
मंच ने हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ अपनाए गए तानाशाहीपूर्ण कदमों की भी आलोचना की। मंच ने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने वार्ता के लिए गए किसान नेताओं को रास्ते में गिरफ्तार कर लिया और बाद में नेताओं की अनुपस्थिति में किसानों को गिरफ्तार कर धरने को खत्म करने की कोशिश की।
आवामी एकता मंच ने केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों को जनविरोधी करार दिया और बड़े पूंजीपतियों की चाकरी में व्यस्त होने का आरोप लगाया। मंच ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के आंदोलन को खत्म करने के लिए वादे किए थे, जिनका पालन अब तक नहीं किया गया।
मंच ने आम आदमी पार्टी की तानाशाहीपूर्ण नीतियों की कड़ी निंदा करते हुए किसानों की सभी मांगों को तुरंत पूरा करने की मांग की है।
जारीकर्ता
एडवोकेट संजय कुमार
आवामी एकता मंच हरियाणा